अलीनगर के बाद सैयदराजा पुलिस कि करतूत, डेयरी फार्म ले जा रहे गाय को पकडा, बनने लगा दबाव तो भेज दिया गौशाला
चहनिया के बैराठ से गाय ख़रीदकर ले जा रहा था पशुपालक

Chandauli news : गौ तस्करों से सेटिंग में किरकिरी होने वाली पुलिस खिसियानी “बिल्ली खम्भा नोचे “ वाली तर्ज पर काम करना शुरू कर दी है। भारी मात्रा में गौ वंश ले जाने वालों के सामने नतमस्तक हो चुके लोग अब पशु पालको के पशु को पकड़ कर अपना कोटा पूरा कर रहे है।
केस 1: अलीनगर में इस तरह का मामला सामने आया। जहाँ जेगुरी के पशुपालक कि गाय पुलिस पकड़ ली। अच्छी नश्ल कि गाय व नए वाहन के कारण इसे छोड़ने के लिए 1 लाख रुपये तक कि डीलिंग बिचौलियों के माध्यम से हो रहा था। लेकिन तब तक बात लिक हो गयी। इसके 24 घंटे बाद पुलिस चालान कर दी। अभी गाय पशुआश्रय स्थल गयी भी नहीं तब तक थाने में ही बच्चे को जमना दे दिया। इसके बाद भी यह पुलिस के निगाह में तशकरी ही रहा। पशुपालक जहाँ से गाय खरीदा है और जहा ले जा रहा था बकायदे इसके लिए वह कागज लिए साथ घूमता रहा लेकिन एडीजी के हाथ प्रसंसा पत्र पाने वाले पशुपालक कि एक नहीं सुनी।
केस 2- इस तरह का एक मामला सैयदराजा थाना में भी आया। जहां चाहनियां के बैराठ से डेयरी संचालक सोनू 60 हजार रूपये कि गाय खरीदकर बकायदे प्रधान से प्रमाणित कराकर ले गाड़ी संख्या UP65 MT 4118 ले जा रहे थे। जिसे सैदराजा पुलिस ने पकड़ लिया। अब पशुपालक सभी कागजात दिखाता रह गया लेकिन पुलिस इसे तशकरी का नाम दे दिया।
अलीनगर का मामला प्रकाश में आने के बाद गाय को आश्रय स्थल भेज दिया। जबकि पीड़ित ने इसकी जानकारी सीओ सदर को भी दिया। सीओ छुट्टी पर होने कि बात कहते हुए अन्य अधिकारी से शिकायत करने कि बात करते हुई पल्ला झाड लिए। पुलिस के कार्यप्रणाली से पशु पालकों में चिंता है। किसानों का कहना है कि पुलिस ही मानक तय करे कि किसान किस स्थिति का पशु ले जायेगा।