अमोघपुर में जमीन विवाद को लेकर पीड़ित से किया था बात
ऑडियो वायरल होते ही पुलिस अधीक्षक ने कराया मुकदमा
पूर्व में भी आधा दर्जन से अधिक मामले अलीनगर में हो चुका है दर्ज

Chandauli news : अलीनगर में एक फर्जी इंस्पेक्टर बनने का मामला सामने आया। साइबर अपराध करने वालों से ऐसे ही पुलिस परेशान है। अब तक ऐसे लोग पकड़ में नहीं आ पा रहे है। लेकिन सोमवार को फर्जी इंस्पेक्टर बनने वाले का पर्दाफाश हो गया। जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी। पुलिस के हरकत में आते ही फर्जी इंस्पेक्टर बना ब्यक्ति कोतवाली पहुंच कर अपना गिरगिट चेहरा बाहर करते हुए इसे सुनियोजित बता दिया। हलांकि उसकी यह योजना पुलिस के पल्ले नहीं पड़ा। एसपी की सख्ती के बाद आधी रात में मुकदमा दर्ज हो गया। इसके बाद भी हौशले से लबरेज आरोपी दूसरे दिन कप्तान के यहां पहुंच गया। आरोपी को देखते ही कप्तान भड़क उठे। पुलिस अधीक्षक के भाव भंगिमा को देख वह वहाँ से खिसक लिया।
अलीनगर के अमोघपुर निवासी हरीशचन्द्र ने कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया की ग्राम प्रधान फर्जी इंस्पेक्टर बनकर जमीन विवाद मुने उसे हड़का रहे है। जिसकी ऑडियो वायरल हो गयी। बात चीत की ऑडियो वायरल होते ही पुलिस अधीक्षक अलीनगर इंस्पेक्टर से कार्यवाही का संकेत दें दिए। पुलिस हरकत में आती इसके पूर्व ही ग्राम प्रधान के कुछ पुलिस व पत्रकार मित्रों ने मिलकर सलाह दिया की इस घटना को वह सुनियोजित बता कर क्षमा मांगते हुए एक वीडियो जारी कर दें। पुलिस व पत्रकार मित्र के सलाह पर ग्राम प्रधान ने ऐसा ही किया। लेकिन उन सभी का सलाह ग्राम प्रधान के लिए ही भारी पड़ गया।

विभागीय जानकारों का कहना है कि मुकदमा लिखने से पहले शिकायत के आधार पर ऑडियो को लैब भेजा जाता। इसके बाद ज़ब आवाज का मिलन होता इसके बाद सब कुछ सही होने के बाद मुकदमा होता। लेकिन गांव कि कहावत आ बैल मुझे मार वाली सिद्ध हो गयी। प्रधान ने खुद अपने वीडियो में घटना को स्वीकार कर करते हुए वीडियो वायरल कर दिया। फिर तो पुलिस को जांचा करने कि जरूरत ही नहीं पड़ी। तत्काल मामला दर्ज कर लिया गया। मुकदमा दर्ज होते ही फर्जी इंस्पेक्टर को असली वर्दी वाली पुलिस खोजने लगी। जिससे बचने के लिए मंगलवार को इसने पुलिस अधीक्षक तक पहुंच गया। जिसे देखते ही शांत स्वभाव वाले पुलिस अधीक्षक कि भृगुटी टेंढी हो गयी। पुलिस अधीक्षक के भाव भंगिमा देख भाग खड़ा हुआ।