बीडीओ बनता देख वापस आयी पुलिस चिकित्सालय में कराया भर्ती, डॉक्टरों ने किया रेफर
Chandauli news : पर उपदेश कुशल बहु तेरे। जे आचरहिं ते नर न घेनेरे । रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी कहते है दूसरों को उपदेश देना तो बहुत आसान है लेकिन स्वयं उन उपदेशों पर अमल करना कठिन। वर्तमान समय में उपदेशक अधिक है, अमलकर्ता नहीं। गोस्वामी जी का यह चौपाई सोमवार को पुलिस विभाग के यातायात कर्मचारी पर सटीक बैठी। ज़ब यह स्कूलों में पहुंचकर उस कहावत कों चरितार्थ करते हुए “आन क आंटा आन के घी…” सड़क सुरक्षा सप्ताह में घायलों का मदद व सुरक्षित गाड़ी चलाने का सलाह देते थे। लेकिन ज़ब अपने पर आया तो भाग खडे हुए। हलांकि उनके इस कारनामें का कुछ लोंगो ने वीडीओ बनाना शुरु कर दिया। इसके बाद बैकफुट हुए पुलिसकर्मी घायल कों जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहाँ हालत चिंताजनक होने पर ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।

सोमवार को विकास भवन के समीप यातायात पुलिस की गाड़ी ने एक ब्यक्ति कों टक्कर मार दी। इससे व्यक्ति घायल हो गया। अब टक्कर मारने वाला गाड़ी से नीचे उतरा व घायल की स्थित देख गाड़ी स्टार्ट किया और भागने लगा। उधर सड़क के दुसरी तरफ से कुछ लोग टक्कर होते देख सड़क पर कर घटना स्थल पर पहुंचने लगे। लेकिन यह लोग गाड़ी कों भागते देख बीडीओ बनाने लगे। उन सभी कों वीडीओ बनाते हुए चालक ने साइड मिरर से देख लिया। इसके बाद चलाँकि गयी गले न पड़ जाय यह सोच पुनः वापस हुए। ग्रामीणों की मदद से घायल कों जिला चिकित्सालय ले गए। जहाँ पहले से ट्रीटमेंट पर कम रेफर करने पर ज्यादा ऊर्जा लगाने वाले चिकित्सकों ने ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। पुलिस की यह कार्यप्रणाली चर्चा का विषय बनी रही ।