चली न जाय कुर्सी: सपा का प्रतिनिधि मंडल लगा रहा था आरोप, आरोपों पर अपनी सहमति देते दिखे सदर इंस्पेक्टर
नेगुरा में निर्मम हत्या के बाद पीड़ित के घर पहुंचा था प्रतिनिधि मंडल

Chandauli news : सदर कोतवाली के नेगुरा गांव में दो समुदाय के बीच हुए मारपीट में निर्मम हत्या होने के बाद सपा का प्रतिनिधि मंडल नेगुरा गांव पहुंचा था। लेकिन इस बार इन लोंगो का आक्रोश धानापुर के मुट्टन यादव कि हत्या के समय वाला नहीं था।
यह बात अलग है कि सपा का प्रतिनिधि मंडल सरकार पर आरोप लगा रहा था। उनके हाँ में हाँ मिलाने वाले अंदाज मे इंस्पेक्टर सर हिला रहे थे। उनके इस अंदाज से सपा के प्रतिनिधि मंडल यह समझ गए कि सामने वाले ब्यक्ति कि विचारधारा उनकी पार्टी से मिलती जुलती है। एक दूसरे का विचारधारा मिलता देख यह लोग भी पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा व सरकारी नौकरी कि मांग करते हुए वापस हो लिए। जबकि 19 दिन पूर्व धानापुर में हुए हत्या में यहीं प्रतिनिधि मंडल ने धानापुर एसओ पर लापरवाही का आरोप लगते हुए तत्काल हटाने का मांग किया था। पुलिस अधीक्षक ने भी तत्कालीन एसओ महेश प्रताप सिंह को लाईन हाजिर कर दिया था। इधर इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज द्वारा आरोपी व पीड़ित पक्ष के प्रार्थना पत्र पर वर्तमान के पीड़ित पक्ष कि तरफ झुकाव होने कि जानकारी मिल गयीं थी। इसलिए खाकी में अपने पार्टी के बिचारधारा को पाकर इन लोंगो का टेम्पर डाउन था।