अलीनगर से हटने के बाद सैदराजा चढ़ाई का रहा चर्चा

Chandauli news : पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने पीआरओ द्वितीय रहे अशोक मिश्रा को शाहबगंज का प्रभारी बना दिए। उनके रिक्त जगह पर पिछले दिनों अलीनगर ने हटाए गये विनोद मिश्रा को पीआरओ बनाया गया है। अब मिश्रा जी के पीआरओ बनते ही थाना प्रभारी अवसाद ग्रस्त हो गये। जबकि सैदराजा अपनी कुर्सी बचाने के लिए ससंकित है।
सूत्रों का कहना है की अलीनगर का चार्ज पाने से पहले मिश्रा जी पीआरओ थे। उस समय बलुआ से हटने के बाद पीआरओ बनाया गया था। जहां आये दिन थाना प्रभारी से लेकर राजनैतिक पार्टी के नेता सबके विषय में अपना फीडबैक देते रहते थे। स्थिति यह हो गयी शेषधर पाण्डेय का विकेट गिर गया। अभी गस्ती थाने पर पहुंची भी नहीं थी तब रात्रि के 12 बजे पीआरओ रहते यह थाने पहुंच गये। हलांकि साथ साथ अपने ट्रांसफर की गस्ती लिए हुए थे जाकर कार्यभार ग्रहण कर लिए। लगभग एक वर्ष का कार्यकाल ठीक ठाक आरोप उजागर होने के बाद भी ब्यतीत किये। लापरवाही की स्थिति यह रही की न्यायालय तक टिप्पड़ी कर चुका है। भ्रस्टाचार की स्थिति यह रही की तेल कटिंग खुद पुलिस अधीक्षक की विशेष टीम जाकर पकड़ी थी। गांजा खुलेआम बिक था इस बात का खुलासा एसडीएम की छापेमारी में उजागर हुआ। दूसरी बार भी तेल कटिंग का वीडियो पेट्रोल पम्प मालिक ने पुलिस अधीक्षक को दिया। जिसके बाद कार्यवाही हुयी। आरोप प्रत्यारोप के बाद भी एक वर्ष तक कोई बाल बांका नहीं किया।
हलांकि ग्रह नक्षत्रों ने अपना चाल बदला इसके बाद इन्हे प्रभारी जनशिकायत बना दिया गया। अब लाईन में आने के साथ ही सैदराजा चढ़ाई की चर्चा आम हो गयी। एक माह भी जनशिकायत पर हुआ नहीं तब तक पुनः पीआरओ बन गये। सूत्रों का कहना है की जनशिकायत प्रभारी के कारण केवल कार्यलय तक का ही साथ रहता है। पीआरओ बनने के बाद हर घड़ी परछायी की तरह। उसके बाद थाना प्रभारियों से शिकायत के संबंध में वार्ता व उसकी रिपोर्ट सम्मिट करनी है। ऐसे में कौन सी बात अब किसी ढंग से प्रस्तुत होगा यह तो वही जाने। चर्चा के हिसाब से सैदराजा सबसे अधिक ससंकित है।