सैनिक कल्याण बोर्ड में रहे हेड क्लर्क ने नौकरी दिलाने के नाम पर की लाखों की ठगी
पुलिस कार्यवाही की बजाय लीपापोती में जुटी
सैनिक कल्याण बोर्ड ने घालमेल करने वाले बाबू को दिखा चुका है बाहर का रास्ता
Chandauli news: जीवन में हेराफेरी और गोलमाल की आदत एक बार पड़ जाए तब जब भी ऐसे लोंगो को जहां भी जगह मिलती है वह लोग दूसरों को चूना लगाने में पीछे नही रहते। यह कहानी है एक ऐसे ब्यक्ति की जो इस समय अपना भौकाल झुर्रिया टॉप में बनाने में लगे हुए है। उन्होने जो पहले से गोलमाल किया है। वह धीरे धीरे अब उजागर होना शुरू हो गया है।

वाराणसी स्थित भूत पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड कार्यालय में क्लर्क के रूप में सेवा देने वाला ब्यक्ति वहां भी काफी गोलमाल किया था। जिसका खुलासा होने पर बोर्ड ने इस ब्यक्ति को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद इसने जहां एक पद की आड़ में दुकानदारों का उधार लेकर पैसा न देने का आदत बना लिया। जिसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार तक पहुंच गयी। जब उन्होंने ऐसे फ्राड पर शिकंजा कसा तब पैसा देना स्वीकार किया। इसके बाद अब अन्य ऐसे लोग सामने आने लगे है। जिनसे इस ब्यक्ति ने नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी किया है।
ऐसे ही एक ब्यक्ति पूर्व सैनिक प्रमोद कुमार यादव है। जो लक्ष्मणगढ़ के निवासी है। जिनका परिचय सैनिक कल्याण बोर्ड में ब्यक्ति के क्लर्क रहने पर हुआ। इसने उनसे व इनके अन्य परिचित ब्यक्ति से कुल चार लाख रुपया। जिसमें चार लोंगो से 50-50 हजार व प्रमोद यादव से ₹ 2 लाख नौकरी दिलाने के नाम पर लिया। यह लोग परिजनों की नौकरी चाहते थे। पैसा देने के बाद 2-3 साल का समय ब्यतीत हो गया। तब इन लोंगो ने पूछताछ करने शुरू किया। यह झूठा आश्वासन देता रहा। बाद में जब पूर्व सैनिकों ने ज्यादा दबाव बनाया तो अपने खाते का चेक दे दिया।
जहां नियति ही हेराफेरी की हो वहां खाते में पैसा न रहना स्वाभाविक था। जब खाते में चेक लगाने गए तब यह बाउंस हो गया। अब इधर इस ब्यक्ति का पुलिस के साथ उठना बैठना है। यहाँ तक कि तो कुछ अधिकारी बकायदे इसके घर जाकर लजीज व्यंजनो का स्वाद चखते है। इससे यह महाठग पूरी तरह से बेखौफ है। पूर्व सैनिकों को अब तेज तर्राक पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार का भरोसा है। यह सब एक जुट होकर उनके यहां फरियाद लगाने पहुंच रहे है। इन सबकी मांग है कि समाज में पद की प्रतिष्ठा धूमिल करने वाले ऐसे ब्यक्ति को तत्काल गिरफ्तार करके ली गयी धनराशि को दिलाया जाय।