
सकलडीहा। महापुरुषों को किसी जाति विशेष से जोड़ने की बजाय उनके ब्यक्तिव से सीखने की जरूरत है। उक्त बातें अपर न्यायाधीश ज्ञान प्रकाश शुक्ला ने शनिवार को बृजनन्दिनी कान्वेंट स्कूल भोजापुर में बच्चों से कहा। उन्होंने कहा कि महापुरुष किसी जाति विशेष के लिए काम नही करते थे। बल्कि समाज को नई दिशा देने के लिए कार्य करते थे। इसलिए वह समाज मे प्रेरणास्रोत बन सके।

शनिवार को प्रतिभावान बच्चों के सफलता पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमे बतौर अतिथि एडीजे ज्ञान प्रकाश शुक्ल उपस्थित हुए थे। प्रतिभा सम्मान समारोह का शुभारंभ अपर जिला न्यायाधीश ने माँ सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया ।कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ। जिसमें ताल से ताल मिला, बरसो रे मेघा मेघा जैसे गीत पर बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति दिया।
विद्यालय के निदेशक डा॰ अखिलेश अग्रहरि ने आए हुए समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए बच्चों से कहा कि आज इनकी मेहनत व लगन ने विद्यालय का नाम रोशन किया है। आगे आप जिस संस्था।में जाये वहाँ का नाम रोशन करें। प्रधानाचार्य डा॰ आशुतोष त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बच्चों से कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। जो बच्चे आज सम्मानित हो रहे हैं उन्होने अपनी प्रतिभा को क़ायम रखा और अपनी लगन और मेहनत से आज इस मुक़ाम पर पहुँच सके हैं ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वालों में मुख्य रूप से संस्कृति, अंजू, निधात्री, ख़ुशी, विनम्रता, नंदिनी, सिमरन, सपना, आँचल, रीतिका, अर्पिता, सौरभ, आस्था, नवी, प्रियांशी, राधिका, ऋद्धिमा थे ।इस अवसर पर विद्यालय के उपप्रधानाचार्य अविनाश मिश्रा, चंदन पांडेय, विनोद, राजीव, मंजु, शदा, शबाना, संगीता, वीणा, राघवेंद्र, सत्येन्द्र, रितेश आदि उपस्थित रहें। सञ्चालन प्रियंका ने किया।