एक बार फिर से बिना डॉक्टर से ईलाज कराने के विवादों में घिरा सूर्या हॉस्पिटल
ऑपरेशन के बाद पेट में छोड़ दिया डी जे स्टैंड, मरीज कि हालत बिगड़ी
शिकायत करने पर पीड़ित को अस्पताल से भगाने का आरोप, डीएम ने जांच का दिया आदेश

Chandauli news: मुख्यालय स्थित सूर्या हॉस्पिटल एक बार फिर अपने लापरवाही पूर्वक ईलाज के विवाद में घिर गया। चिकित्सक के लापरवाही से मरीज का जान जाने कि स्थिति उत्पन्न हो गयी। किसी तरह बी एच यू में हजारों रूपये खर्च करने के बाद मरीज का जान बच पाया. अब चिकित्सक कि लापरवाही पर पीड़ित ने जिलाधिकारी से शिकायत किया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी चन्द्रमोहन गर्ग ने भी जांच का आदेश दे दिया है।

शनिवार को जिलाधिकारी चन्द्रमोहन गर्ग से मिलकर सकलडीहा के रानेपुर गांव निवासी राजेश पासवान ने सूर्या हॉस्पिटल के संचालक के उपर लापरवाही पूर्वक ईलाज करने व पैसे का दोहन करने के साथ साथ जातिसूचक शब्द का प्रयोग करने आरोप लगाया है।
राजेश ने डीएम को 17 बिंदु का एक शिकायती पत्र दिया।

जिसमें यह आरोप लगाया कि उसने अपने पुत्री मनीषा कुमारी उम्र लगभग 19 वर्ष को पेट दर्द के इलाज के लिए 04.08.2022 को सूर्या हास्पिटल एवं ट्रामा सेन्टर जी०टी० रोड चन्दौली में भर्ती कराया गया। डॉ० गौतम त्रिपाठी द्वारा पुत्री का ब्लड टेस्ट, एक्सरे, अल्ट्रासाउण्ड आदि टेस्ट न्यू शिवांश डाग्नोस्टिक सेन्टर चन्दौली से कराया गया। जिसमें किडनी में पथरी होने के बारे में बताया और दूरबीन विधि से आपरेशन करने हेतु आपरेशन खर्च रू0 60 हजार एवं बेड चार्ज दवा आदि के लिए अतिरिक्त खर्च बताया।
05.08.2022 को डॉ० गौतम त्रिपाठी, डॉ० यशी त्रिपाठी एवं डॉ० ऋषि नारायण त्रिपाठी ने पुत्री के किडनी में पथरी का आपरेशन किया गया। 13.08.2022 को डॉ० यशी त्रिपाठी द्वारा पुत्री को हास्पिटल से डिस्चार्ज किया गया। आपरेशन के लगभग दो माह बाद पुत्री को पुनः पेट में दर्द होने लगा जिसके कारण दिनांक 01.10.2022 को पुनः डॉ० यशी त्रिपाठी को दिखाया गया तो उन्होंने कुछ दवा दिया जिससे आराम हो गया। दो वर्ष बाद पुत्री को पुनः पेट दर्द अधिक होने लगा. तो डॉ० गौतम त्रिपाठी को दिखाया तो उन्होंने बताया कि आपरेशन के समय पेट में लगाया गया डीजे स्टेंट (DJ Stent) छूट जाने के कारण परेशानी हो रही है। जो कि मेरे द्वारा भूलवश गलती हो गयी। आपरेशन करके मैं निकाल दूँगा जिसमें कुल खर्च एक लाख लगेगा। पीड़ित ने आरोप लगाया कि गौतम त्रिपाठी हड्डी व उनकी पत्नी स्त्री रोग विशेषज्ञ है इसके बाद भी किडनी का ऑपरेशन कर दिए।
इसके पूर्व भी 23 मई 2023 में विभा सिंह का भी ईलाज में लापरवाही बरतने से मौत हो गयीं थी। उस समय भी चिकित्सक द्वारा विभा के ईलाज के लिए भर्ती करने के बाद भी लापरवाही बरती गयीं थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी चन्द्रमोहन गर्ग ने जांच का देश जारी कर दिया है।