पहले दिन की बरसात ने किसानों के चेहरे चमकाये, दूसरे दिन वाली बनी आफत

Chandauli news: भगवान कृष्ण की भजन जिधर देखा, उधर पायी, झलक घनश्याम प्यारे की”। ठीक वैसे ही जिले में बारिश की स्थिति है। जहाँ तक नजर पहुंच रही है जिले का कोना कोना जलमग्न हो चुका है।

घाघ कवि की कहावत बड़े भाग ज़ब बरसहीं कुआँरु., मतलब क़ृषि के लिए आश्विन माह का बारिश लाभप्रद माना जाता है। फसलों में रोग लगने लगता है। जो इस इस बारिश के साथ ही कम हो जायेगा। हलांकि पहले दिन की बरसात से किसानों के चेहरे पर चमक आ गयी। लेकिन लगातार दो दिनों से हो रही बारिश ने बाढ़ मुसीबत पैदा कर दिया।
ज़िले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। सरकारी कार्यालयों से लेकर क्वार्टर तक जलमग्न हो गये। वहीं मिर्जापुर बांध से पानी छोड़े जाने के कारण एक बार फिर से फ़सल जलमग्न हो गया। सबसे चिंताजनक स्थिति जिला अस्पताल की है, जहां पूरा परिसर जलमग्न हो गया है।बारिश का पानी अस्पताल के मुख्य भवन, परिसर और तक घुस गया है।