
बीएचयू में डॉक्टर ओमशंकर का भ्रष्टाचार के खिलाफ 11 दिन से अनशन जारी
Varanasi news: काशी हिंदू विश्वविद्यालय हृदय रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर ओम शंकर लगातार 11 दिन से अनशन पर बैठे है। डॉक्टर ओमशंकर के समर्थन में मंगलवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। जिसमें डॉक्टर के इस आंदोलन में लोंगो ने अपना समर्थन दिया। इसके साथ ही जल सत्याग्रह आंदोलन बीएचयू के छात्रों ने गंगा घाट पर किया।

बीएचयू में मरीजों को बेहतर ईलाज मिल सके इसके लिए बेड बढ़ाये जाने की मांग व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बीएचयू प्रशासन से लगातार पत्राचार करने के बाद भी कोई निष्कर्ष नही निकला । जिसके बाद हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओम शंकर ने सत्याग्रह आंदोलन का रास्ता अपनाया। डॉक्टर के अनशन की जानकारी के बाद बीएचयू प्रशासन का हाथ पांव फूल गया। मरीजों में उनके परिजनों में आंदोलन की जानकारी होने पर हाथ पांव फूलने लगा।

हालांकि डॉक्टर ओम शंकर ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह मरीजों के हक की लड़ाई लड़ रहे है इसमें मरीजो का ईलाज प्रभावित नही होगा। अनशन के दौरान 24 घण्टे की उन्होंने ओपीडी कर दी। लगातार 11 दिन से अनशन के बाद भी बीएचयू प्रशासन व जिला प्रशासन के कानों पर जूं नही रेंगा। इसके पूर्व वाराणसी के कई संगठनों ने डॉक्टर के इस आंदोलन का समर्थन किया। मंगलवार को बीएचयू के छात्रों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया। जिसमें बीएचयू के छात्र छात्राओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। भीम आर्मी, भगत सिंह मोर्चा आदि संगठनों ने अपना समर्थन दिया।
पीएमओ को पत्र लिख पीएम के सामने समस्या रखने का मांगा समय:
लगातार 11 दिन से आमरण अनशन पर बैठे डॉक्टर ओमशंकर ने पीएमओ कार्यालय को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री के सम्मुख बीएचयू के भ्रस्टाचार की बात रखने के लिए 05 मिनट का समय मांगा है। डॉक्टर ओमशंकर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में इस तरह की अराजकता है। लेकिन किसी को इसकी सुध बुध नही। उन्होंने कहा कि पीएमओ कार्यालय से पत्राचार किया गया है। समय मिल जाएगा तो प्रधानमंत्री के सामने यहां के भ्रस्टाचार को रखा जाएगा।