
25 कुंतल नकली खोवे को तालाब में फेंक कर किया गया नष्ट
Chandauli news: जिले के सबसे बड़ी खोवा मंडी मुगलसराय में अचनाकनसे खाद्य विभाग की टीम पहुंच गयी। इसकी जानकारी होते ही नकली खोवा छोड़कर ब्यापारी भाग खड़े हुए। टीम ने जब आयोडीन टिंचर से खोवा का गुणवत्ता जांचा तो पाय की यह पाउडर व रिफाइन तेल से बना हुआ है। जब इसके विषय में पूछताछ व मालिक का पता लगाने की टीम ने कोशिश किया तो कोई भी सामने नहीं आया। जिसके कारण टीम को तालाब में खोवा फेंककर विनिष्ट कराना पड़ा। खोवे की अनुमानित लागत 5 लाख के आस पास बतायी जा रही।

मुगलसराय मंडी से देवघर झारखंड तक खोवा भेजा जाता है। इसके लिए सबसे बड़ी खोवा मंडी मुगलसराय में स्थित है। यहां सादा खोवा से लेकर हाइड्रो युक्त सफेद चमचमाता हुआ खोवा बड़े ही आसानी से मिल जाता है। इन नकली खोवों से नगर के दुकानों में भी कई तरह की मिठाईयां बनाकर बेची जाती है।
गुरुवार को आढ़त में पीकप से खोवा पहुंचा। जिसकी जानकारी के बाद सहायक आयुक्त (खाद्य)-II कुलदीप सिंह, तथा मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमल निवास त्रिपाठी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अरबिन्द कुमार एवं सेनेटरी सुपरवाइजर गणपती पाठक मंडी पहुंच गए। टीम को मण्डी में देखकर ब्यापारी भाग निकले। गुणवत्ता के लिए जब टीम ने आयोडीन टिंचर से गुणवत्ता जांच किया तो खोवा गुलाबी कलर का हो गया। इसके मालिक का जब पता लगाना शुरू किया तो कोई भी तैयार नही हुआ कि वह उसका माल ही। टीम ने बताया कि यह खोवा पाउडर से बनाया गया है। चिकनाई के लिए इसमें रिफाइन डाली गयी है।