कोतवाली गेट से लेकर काली मंदिर तक अवैध रुप से काबिज
कोतवाली के कुछ दरोगा व सिपाहियों से गहरी दोस्ती भी बनबढ का कारण

Chandauli news : ठेला पर फल व सब्जी का दुकान लगाने वालों ने मंगलवार की शाम परिवार के साथ फल खरीदने गये अधिवक्ता के साथ मारपीट किये। कोतवाली गेट के सामने हुए मारपीट की सूचना के बाद दर्जन भर कंधे पर स्टार लगाकर कोतवाली का शोभा बढ़ रहे पुलिस कर्मी थाना प्रभारी का राह जोह रहे थे। हलांकि इंस्पेक्टर ने मामले की गंभीरता देखते हुए अपने मैंनेजमेन्ट वाली रुप को कमरे में रख पुलीसिया रुख दिखाते हुए मारपीट करने वाले में से एक को पकड़ लिया। मामला तूल पकड़ता इसके पहले ही वर्षो से आँख बंद कर दुकान लगाने वाली जगह को खाली करवा दिए।
मंगलवार की देर शाम अधिवक्ता मोहम्मद इस्लाम खान परिवार के साथ बाजार गये थे. नारियल पानी खरीदने गये जहाँ विक्रेता ने ₹90 का बताया। नारियल पानी का दाम अधिक होने की बात अधिवक्ता कहते हुए लेने से इंकार कर दुआरे दुकान पर जाने लगा। इतने में दुकानदार यह कहते हुए उलझ गया की फ्री में चाहिए। अधिवक्ता अपनी पत्नी तबस्सुम, बड़ी बेटी फिजा और पुत्र सुहेल के साथ होने के कारण पहले नजर अंदाज किये लेकिन मनबढ़ दुकानदार बदत्तमीजी करता रहा। स्थिति यह हो गयी की मारपीट के लिए उतारू हो गया। आस पास के दुकानदारों को इकट्ठा कर लिया। इन सभी ने हमला बोल दिए । परिजनों के साथ गाड़ी में बैठने पर गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिए उनके सामान की छीना-झपटी भी किये।
अधिवक्ता के परिवारी जन ज़ब कोतवाली में पहुंच कर शिकायत किये तो मिशन शक्ति फेज 05 के तहत महिला सुरक्षा के विषय में जागरूकता की फोटो खींचाने वाली पुलिस महिला के शिकायत करने के बाद भी थाना प्रभारी का राह देख रहे थे। प्रभारी ज़ब आये तब यह लोग अपनी जगह छोड़े।
सूत्रों का कहना हैं आधार दर्जन कंधे पर स्टार लगाने वाले एक इंस्पेक्टर, दरोगा व चार पांच सिपाहियों से इसकी गहरी दोस्ती हैं। जिसके कारण यह सब कभी भी किसी को बेइज्जत कर देते है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर ने तत्काल मोर्चा लिया अवैध रुप से दुकान लगने वाले स्थान को जेसीबी बुलाकर खुदवा दिए। इसके साथ ही एक हमालावर पकड़ा भी गया हैं।
मनबढ़ो पर ठोस कार्यवाही न होने से बढ़ता जा रहा है हौशला : अवैध रुप से दुकान लगाए इस वर्ग विशेष का हौशला बढता जा रहा हैं। कारण की इन सभी पर अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पायी है।पटरी व्यवसाई के नाम पर बकायदे माननीय जी लोग इसमें हस्तक्षेप करने लगते हैं। जबकि यह सब कभी भी किसी बात को लेकर उलझते रहते हैं। खास कर ख़रीदारों के साथ महिला हों तो और उलझते हैं। सड़क पर ठेला रहेगा वाहन जाने के लिए जाम लगा रहे लेकिन हटा नहीं सकते विरोध करने वालों के साथ यह उलझते रहते हैं।