
सदर कस्बा में जुआड़ियों को साहब मौन सहमति
बन्द मकान में खेल रहे जुआ, मकान मालिक के मना करने पर किया मारपीट, शिकायत करने गये पीड़ित की नही सुनी शिकायत
Chandauli news: एक दौर था जब एक दो थानों पर इंस्पेक्टर की पोस्टिंग होती थी। एसआई स्तर को प्रभारी बनाया जाता जिसका परिणाम होता था कि यह लोग पूरी ऊर्जा के साथ अपराध पर कार्य करते है। लेकिन दौर बदला इंस्पेक्टरों की फौज तैयार हो गयी। जिसका असर हुआ कि एक एक थाने जहां इंस्पेक्टर के लिए लाले पड़े होते थे। अब एक साथ तीन तीन लोंगो की पोस्टिंग हो गयी। अब केवल हर कोई अपने आर्थिक स्थिति मजबूत करने में ऊर्जा खर्च कर रहें है।

कुछ ऐसी ही स्थिति जिले के थानों की है। लगातार फ़रियादियों की संख्या एसपी जनता दर्शन में आ रही है। इसके बाद भी पीड़ितों के प्रार्थना पत्र पर कोई कार्यवाही नही हो रही। मातहतों के कार्यशैली से असन्तुष्ट पुलिस अधीक्षक अब इन थानों से एक एक इंस्पेक्टर जनता दर्शन में बुला ले रहे। जिस थाने के फरियादी आ रहे वहां का निरीक्षक अपराध पीड़ितों से बात कर उनके समस्या से अवगत होंगे। इसके बाद पीड़ित पुलिस अधीक्षक से अपनी समस्या कहेगा। पहले से समस्या से अवगत इंस्पेक्टर पुलिस अधीक्षक को निर्धारित समय में कार्यवाही करने का भरोसा देंगे। इसके बाद उतने दिन में समस्या निस्तारण का समय निर्धारित होगा।
तय समय में समस्या का समाधान नहीं हुआ फरियादी पुनः एसपी दरबार पहुंचा तब उस दिन के दिवसाधिकारी जिनके लिए पहले से समय निर्धारित किया गया था उनके खिलाफ कार्यवाही तय है। कुल मिलाकर पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे का कहना है कि पीड़ितों की समस्या थाने स्तर पर सुना जाय और उसका निस्तारण किया जाय।
लेकिन एसपी की यह योजना मात्र 09 इंच की दिवाल से लाइन और कोतवाली को अलग करने वाली बार्डर लाइन के दूसरी तरफ नहीं पहुंच पा रही है। सदर कोतवाली में एसपी का नहीं बल्कि यह के साहब का अपना अलग कानून है। जब जिसका चाहेंगे फरियाद सुनकर कार्यवाही करेंगे। अन्यथा फ़रियादियों को उल्टे पांव लौटा दिया जाएगा। एक दो निहि बल्कि आधा दर्जन ऐसे मामले सामने आए जिसमें एफआईआर नहीं लिखा गया।
एफआईआर न लिखने में महारथ हासिल प्राप्त कर चुके साहब जुआ, शराब बिक्री, चोरी जैसे मामले को नजरअंदाज करने वाले साहब ने जुआडियों के आतंक को भी नजर अंदाज कर गए। हुआ यह कि प्रमोद कुमार पुत्र स्व० बिहारी राम जो वार्ड नं0 6 इन्दिरा नगर जो रेलवे कर्मचारी है। रेलवे में नौकरी के कारण व घर काफी पुराना हो जाने से वह अपना नया मकान सेंट थामस स्कूल के बगल में मकान बनवाकर रहने लगा। अब यहां पुराना मकान बन्द है। जिसपर जुआड़ियों का कब्जा है। आये दिन यहां जुआ होता है। जिसकी जानकारी होने पर पीड़ित जब मना करने गया तो उसके जुआडीयो ने मारपीट किया। जब शिकायत करने कोतवाली गया तो यहां भी पीड़ित का नही सुना गया।