टीआई का जहाँ दिन भर रहता है बसेरा वहीं खड़ी रहती है बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट कि दो लकजरी गाड़ियां, चालान करने कि हिमाकत नहीं
पद,प्रतिष्ठा व पदवी देख हो रहा नियम क़ानून का पालन

Chandauli news : क़ानून के हाथ लम्बे होते है अक्सर यह सुनने को मिलता है, लेकिन वहीं दूसरी तरफ यह भी है कि क़ानून अंधा होता है। यह दोनों वाक्य समय परिस्थिति और देशकाल पर निर्भर करता है। कुछः ऐसी ही स्थिति इस समय प्रशासन कि है। एक तरफ सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत हेलमेट, सीटबेल्ट व हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर चालान किया जाता है। लेकिन यह चालान भी वाहनों के कलर व बैनर पर निर्भर करता है।
कुछ ऐसी ही स्थिति जिले के यातायात कि है जो समय परिस्थिति को देखकर चालान काटते है। ट्रिपहिया वाहन जो इनके सेटिंग का हिस्सा है उन सभी का चालान नहीं काटते। भले वह अपने क्षमता से कई गुणा अधिक सवारी बैठाकर ले जाते है। यही नहीं कुर्सी कि मोह इस कदर दबाये है कि जहाँ दिन भर का बसेरा है वहीं पर दो लकजरी गाड़िया बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगे ख़डी रहती है। लेकिन आज तक इस वाहन का चालान नहीं हुआ सूत्रों का कहना है उक्त वाहन सत्ता पक्ष के एक मजबूत नेता का है। जिस दिन टीआई चालान करेंगे उसी दिन इनका चालान पुलिस लाईन के लिए हो जायेगा। यही नहीं चालान कि राशि भी टीआई को अपने जेब से देना पड़ेगा।