
चंदौली। सरकारी विद्यालय के अध्यापकों की उपस्थिति पर फेस कैप्चर के माध्यम से प्रेरणा एप पर होगी। जिसकी जानकारी होने के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। हालांकि अभी यह प्रयोग कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में किया गया है। अध्यापकों को समय से विद्यालय पहुंचाने के लिए सरकार प्रतिदिन प्रयोग शुरू कर रही है।
जिससे विद्यालय की बजाय चौराहों व अन्य क्षेत्र में जोर आजमाइश करने वालो की बेचैनी बढ़ी है।कारण यह कि विद्यालय पर आपसी तालमेल व विभागीय घालमेल की वजह से अधिकांश शिक्षक विद्यालय पहुंचने में दिलचस्पी नही दिखाते है। जिसकी वजह से समय समय पर कुछ विद्यालयों का ताला भी नही खुल पाता था। अब इसे रोकने के लिए सरकार ने प्रेरणा की मदद ली है। इस ऐप को अब हर शिक्षक अपने मोबाइल में डाउनलोड करेगा। विद्यालय भी जियोटैग के माध्यम से अपग्रेड होगा। विद्यालय पर समय मे उपस्थित होकर शिक्षकों को ऐप के सहारे अपने फेस को स्कैन करना होगा जिसके बाद उनकी उपस्थिति मान्य होगी। हालांकि अभी इसका सफल प्रयोग जनपद के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में किया जा रहा है। जिसमें वार्डेन व शिक्षकों के साथ साथ समस्त कर्मचारियों की उपस्थिति ली जाएगी। जिसका सुपरविजन जनपद स्तर, राज्य परियोजना व टेक्नोसिस द्वारा किया जाएगा।
ऐसे दर्ज होगी उपस्थित
सभी शिक्षक व कर्मचारियों को अपने मोबाइल में प्रेरणा ऐप डाउनलोड करना होगा। विद्यालय के निर्धारण समय पर पहुंचने के बाद उस ऐप को खोलकर उसके कैमरे से अपने फेस को स्कैन करना होगा। यह उपस्थिति तभी होगी जब शिक्षक या कर्मचारी उक्त विद्यालय पर होगा। क्योंकि ऐप विद्यालय के जियोटैकिंग व्यवस्था पर कार्यरत है। तकनीकी कारण से मोबाइल आदि में गड़बड़ी होने पर वह वार्डेन के मोबाइल से उपस्थिति दर्ज कर सकेगा। इसमे विद्यालय के लेखाकार की उपस्थिति के लिए एक सहूलियत है। जिसके तहत लेखाकार विद्यालय के अलावा बीआरसी व जिला परियोजना कार्यालय से उपस्थिति दर्ज कर सकता है।
प्रेरणा ऐप से मिलेगी छुट्टी: उपस्थिति के अलावा अब छुट्टी भी इस ऐप पर ही आवेदन करना होगा। जिसके बाद शिक्षकों व कर्मचारियों की छुट्टी वार्डेन व वार्डेन की छुट्टी जिला परियोजना कार्यालय से होगी।
क्या कहते है अधिकारी: इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह का कहना है कि शिक्षकों के विद्यालय पहुंचने की शिकायत मिलती थी। जिसपर शासन ने प्रेरणा ऐप लागू किया है। इस ऐप के माध्यम से उपस्थिति के अलावा अधिकारी विद्यालय का निरीक्षण आख्या भी देंगे।