डीएम महराजगंज ने कराई जांच 10 लाख हड़पने का मामला

Chandauli news : महाकुंभ में जिसने जो खोजा, उसे वो मिला, गिद्धों को तो सिर्फ लाशें मिलीं,
सूअरों को मिली गंदगी… 144 साल बाद पड़े महाकुम्भ को हर किसी ने अपने हिसाब से देखा। कोई आस्था तो पिकनिक स्थल लेकिन सरकार के अधीनस्थों ने तो एस महाकुम्भ में आस्था कि डुबकी लगाने के बजाय भ्रस्टाचार कि डुबकी लगायी। कोई सामान खरीदने में तो कुछ व्यवस्था के मैंनेजमेंट के नाम और ही लूट पाट किया। लेकिन एक भ्रस्ट अधिकारी ने 10 लाख रूपया कागज कि गाड़ी बनाकर उसके साइलेंसर के धुएँ में उड़ा दिया। जिसका खुलासा भी हो गया। भ्रस्ट अधिकारी के कारनामें सामने आने पर कार्यवाही शुरू हो कर दिया। अब महाकुम्भ में महाघोटाला करने वाले को बर्खास्त करने कि कार्यवाही तेज कर दी है।


चंदौली में भ्रस्टाचार कि जड जमाने वाले पूर्व एआरटीओ विनय कुमार को महराजगंज में पोस्टिंग के दौरान जिलाधिकारी महाराजगंज ने निलंबन के लिए रिपोर्ट पर सरकार को भेज दिया है। इनके उपर महाकुम्भ में श्रद्धांलुओं के लिए वाहन लगाने के लिए सरकार से मिले 10 लाख रुपया का आहरण कर लिए गया। लेकिन बसें जो लगी थी वह कागज कि थी। इसकी जाँच डीएम महराजगंज ने
किसी पत्रांवली का कागजी विवरण तथा फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से भुगतान की शिकायत पर प्रकरण की जांच जिलाधिकारी महराजगंज एवं अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) द्वारा कराई गई। जांच आख्या में वित्तीय अनियमितता अभिलेखीय कदाचार पाया गया। जिलाधिकारी महराजगंज द्वारा दिनांक 1 मई, 2025 को शासन को रिपोर्ट देते हुए कहा कि विनय कुमार के कार्यालय में बने रहने से साक्ष्य एवं अभिलेखों में छेड़छाड़ की पूरी संभावना है, जिससे न केवल प्रकरण की निष्यकता प्रश्नांवित हो सकती है, बल्कि शासन की प्रतिक्षा एवं पारदर्शिता की छवि को भी भी धूमिल हो सकती है।