होटल, हॉस्पिटल के साथ स्कूल बनवाने वालों से लाखों में होती है डील
दिवाली में पटाखा वालों को भी नही छोड़ रहे सीएफओ


Chandauli news : पुलिस कि वर्दी पहनकर भ्रस्टाचार कि पराकाष्ठा पार करने वाला अग्निशमन विभाग के लूट का शुक्रवार के दिन बिजलेंस ने खुलासा कर दिया। सीएफओ के कुर्सी के पास बैठने वाले मुंशी को घूस लेते वाराणसी के सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने गिरफ्तार किया।

हलांकि ज़ब टीम ने छापेमारी कि थी उस समय सीएफओ कार्यालय छोड़ मुख्यालय पर गये हुए थे।
जिले में बिना मानक के बने अस्पतालों को जिसकी जितनी उपस्थिति उसको उतनी जल्दी लाइसेंस के तर्ज पर अनापत्ती प्रमाण पत्र दिया जाता है।
इसी क्रम में एक ब्यक्ति को कई दिन से अनापत्ति प्रमाण के लिए दौडाया जा रहा था। इसके पीछे का तर्क यह था कि चेहरे से मासूम दिखने वाले रिटायरमेंट के करीब पहुंचे सीएफओ कार्यालय में बैठने कि बजाय कहीं और ही प्रस्थान कर लेते है। जिससे आम ब्यक्ति से मिलना टेढी खीर के समान है। इनकी गैर मौजूदगी के बाद भी फ़ाइल पर सिग्नेचर तभी होगा ज़ब चढ़ावें कि सीढ़ी चढ़ के आएंगे।
पिछले कई दिनों से अनापत्ति के लिए टहल रहे ब्यक्ति ने बिजलेंस कि टीम से सम्पर्क किया। सतर्कता विभाग की टीम ने ज़ब मुंशी व पीड़ित के बात से कन्फर्म हो गये तब शुक्रवार कि निर्धारित तिथि के अनुसार पीड़ित को पैसा देकर कार्यालय भेजे। जहाँ फायर ब्रिगेड के कॉन्स्टेबल राजकमल को आवेदन कर्ता ने पैसे दिए। वह जैसे ही दराज में पैसा रखा तब तक आधार दर्जन कि संख्या में दर्जन टीम के सदस्यों ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मुंशी को साथ ले जाने के दौरान अन्य फायर कर्मियों से बहस भी हुयी हलांकि बिजलेंस का नाम सुनकर हर कोई पीछे हट गया। छापेमारी के समय पूर्व के आदतन सीएफओ जिला मुख्यालय पर उपस्थित थे।