मानक बिहीन ट्रामा सेंटर संचालन का मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान

राज्य सचिव से मांगा ट्रामा सेंटर के संचालन का राज
Chandauli news: जनपद में बिना मानक के एक दर्जन से अधिक ऐसे अस्पताल ट्रामा सेंटर के नाम से संचालित है। लेकिन सुविधा के नाम कुछ भी नही है। इस तरह की लापरवाही के बाद भी ऐसे अस्पताल संचालित है। जिसका संज्ञान राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया है।जिसके लिए आयोग ने राज्य मानवाधिकार को Sold लिखकर जानकारी मांगी है।
डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहा गया है। जन्म देने के बाद जीवन रक्षा का दायित्व डॉक्टरों ने लिया है। लेकिन अब यह भगवान रूपी डॉक्टर अपनी कमाई के आगे यह भूल जा रहे है। ट्रामा सेंटर का बोर्ड लगा कर बिना मानक के मरीजो को भर्ती किया जाता है। मुख्यालय पर लगभग अधादर्जन ट्रामा सेंटर खुले हुए है जो मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है। यहां तक कि इन मानक विहीन ट्रामासेंटेरो में मरीजों की जाने भी जा रही है। तमाम शिकायतो के बावजूद भी आलाधिकारी मौन साधे हुए है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मिली भगत से जिला मुख्यालय एवं जनपद में दर्जनों फर्जी तरीके से मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए ट्रामासेंटरो का धडल्ले से संचालन किया जा रहा है। जिसे मानवाधिकार आयोग ने कड़ा रुख दिखाते हुए जबाब तलब किया है।