शिकायत कर्ता खुद बंजर जमीन पर कर्ता था खेती, प्रशासन ने बेघर हो रहे लोंगो को किया आवंटन

Chandauli news : “गए थे राम भजन को ओटन लगी कपार ” वाली कहावत चरितार्थ हुयी सकलडीहा तहसील के बिशापुर गांव में खेल के मैदान को कोर्ट के आदेश और कब्जा मुक्त कराया गया. जबकि शिकायत कर्ता खुद बंजर भूमि पर खेती कर्ता था। कोर्ट के आदेश पर बेघर हो रहे लोंगो लोंगो प्रशासन ने आवंटन करते हुए उनको कब्जा दिलाया।

बिशापुर गांव निवासी रामचंद्र, भाई लाल व सुदामा तीन भाई 10 बिस्वा खेल के मैदान पर पिछले कई दशक से रह रहे थे। उनका एक पट्टीदार मामले को तहसील व एसडीएम व जिलाधिकारी के यहां खाली कराने का शिकायत किया लेकिन बात बन नहीं पायी। कारण कि तीनो भूमिहीन थे। लेकिन कानूनी दाव पेंच में पट्टीदार ने मामले को हाईकोर्ट तक ले गया। जहाँ से कोर्ट ने जिला प्रशासन को खेल का मैदान खाली कराने के लिए आदेश देते हुए बेघर हो रहे लोंगो को आवास भी देने का आदेश दिया।
कोर्ट के आदेश के बाद तहसील प्रशासन पहले नोटिस देते हुए कब्जा खाली करने के लिए कहा. लेकिन कब्जाधारियों ने नहीं सुना। मंगलवार को एसडीएम कुंदन राज ने तहसीलदार कानूनगो कि टीम व बुलडोजर लेकर पहुंचे। कब्जाधारियों का सामान पंचायत घर में रखवाया इसके बाद बुलडोजर से घर को जमींदोज करा दिया। आवास के नाम पर पहला किश्त भी आ गया। लेकिन आवास बने कहाँ तब तक पता चला कि चंद कदम कि दूरी पर शिकायत कर्ता अपने घर से सामने के बंजर जमीन पर खेती करता आ रहा है। जिसके बाद प्रशासन ने तत्काल भूमि को आवास के आवंटित कर दिया। यहां तक कि तीनो को कब्जा भी दिलाया। इस बीच जमीन कब्जा किये पक्ष ने विरोध शुरू कर दिया। हलांकि भारी फोर्स कि व्यवस्था के कारण बहुत विरोध काम नहीं आया।