एसडीएम सीओ ने पक्ष व विपक्ष के साथ किया वार्ता, बनी सहमति
दस दस लाख से पाबंद होते ही धपरी महादेव का विवाद समाप्त

Chandauli news : बिनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होइ न प्रीति॥ रामचरित मानस कि यह चौपाई सोमवार के दिन अलीनगर के धपरी विवाद में सटीक बैठ रही है। 2 माह से चल रहे विवाद का सोमवार को पटाक्षेप हो गया। एसडीएम व सीओ ने सोमवार को दोनों पक्ष को मौके पर बैठाकर पूरे दिन पंचायत कराया जिसका परिणाम रहा कि दोनों पक्ष में सहमति बना गयी। अब आबादी कि जमीन में भगवान शिव का अद्भुत मंदिर बनेगा।

सावन माह में गैर हिन्दू के जमीन का नींव खुदाई हो रही थी। उसी दौरान जमीन से भगवान शिव का एक अर्घा सहित शिवलिंग निकला। अब सावन में भगवान का मिलना यह किसी चमत्कार से कम नहीं था। जानकारी के बाद शिवभक्तो का रेला पहुंचने लगा। उधर इसकी खबर जाकसे ही भूमिधर सकलैन को हुयी। वह मंदिर बनाने व रास्ता के लिए अपना एक विश्वा जमीन देने के लिए तैयार हो गये। उधर हिन्दू संगठन ने पूरा तत्व विभाग से जांच कराने आदि कि मांग को लेकर अड़ गया। दोनों पक्ष के तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल कि ड्यूटी लगने लगी। इसके साथ ही राजस्व कि टीम ने कई बार जमीन कि नाप कराई। 1356 फसली के साथ साथ अन्य दस्तावेज खंगाला गया जिसमें जमीन गैर हिन्दू कि मिली। जमीन के पास आबादी कि जमीन भी नापी में निकल गयी।
इसपर मंदिर निर्माण कराने के लिए कई राउंड वार्ता कर मामले को शांत कराने के लिए प्रशासन ने प्रयास किया। लेकिन मामला सुलझने के जगह उलझता ही जा रहा था। फिर क्या था पुलिस कि एलआईयू टीम के रिपोर्ट के बाद एसडीएम कोर्ट ने 10 लोगो को दस दस लाख रुपया से पाबंद कर दिया। एसडीएम कोर्ट से सम्मन जारी होते ही एक दो लोंगो को छोड़ सबकी हवा निकल गयी। सम्मन के दुसरे दिन ही वार्ता के लिए माहौल बना गया। जिसका परिणाम रहा कि सोमवार को आबादी कि जमीन पर मंदिर मनाने के लिए दोनों पक्ष अपनी सहमति दे दिया। इस दौरान एसडीएम अनुपम मिश्रा, सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा, सीओ सकलडीहा स्नेहा तिवारी सहित अन्य उपस्थित रहे।