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चंद्रग्रहण : साढ़े तीन घंटे का चंद्रग्रहण, 09 घंटे पूर्व सूतक

रात्रि 9:57 से मोक्ष काल 01:27 मिनट

यात्रा, शयन व मूर्ति स्पर्श दोषपूर्ण : कौशलेन्द्र



Chandauli news:  खगोलीय गतिविधि के कारण ग्रह नक्षत्रों के स्थान में परिवर्तन हुआ है। जिसके बाद 07 सितंबर को सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी का आगमन हो रहा है। ऐसे में सूर्य की रोशनी चंद्रमा तक नहीं पड़ेगी। पृथ्वी कि छाया चंद्रमा पर रात्रि 09: 57 मिनट पर पद रही है। जिसके कारण चंद्र ग्रहण का संयोग बना रहा है। यह कार्य लगभग साढ़े तीन घंटा यानि रात्रि के 1: 27 मिनट पर मोक्ष हो रहा है। चंद्र ग्रहण भले ही साढ़े तीन घंटे का है लेकिन सूतक काल 09 घंटा पूर्व 12:57 से शुरू हो जा रहा है।


आचार्य कौशलेन्द्र का कहना है किशतभिषा नक्षत्रे कुम्भ राशि खग्रास चंद्रग्रहण ” यह साल 2025 का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण न्याय के कारक शनि की राशि कुंभ और गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में लगने वाला है। ऐसे में जिन भी जातकों का जन्म इस नक्षत्र में हुआ है उनपर विशेष कृपा बनी रहेगी। चंद्रग्रहण का सूतक काल 09 घंटा पहले से प्रारम्भ हो जाता है ऐसे में रविवार के दिन 12:57 मिनट से चंद्रग्रहण का दोष प्रारम्भ हो जायेगा। 9.57 मिनट पर चन्द्रमा ग्रहण के चपेट में आ जायेंगे जो 11.41 मिनट पर मध्य और 1.27 पर मोक्ष मिलेगा। ऐसे अवधि में सोना नहीं चाहिए। बाल या नाखून नहीं काटना चाहिए, ग्रहण  काल  के समय रसोई का कोई काम नहीं करना चाहिए। भोजन ग्रहण भी नहीं करना चाहिए। पूजा-पाठ और भगवान की मूर्तियों को नहीं छूना चाहिए। कोई  खरीदारी  भी नहीं करना चाहिए, तेल नहीं लगाना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा चन्द्रग्रहण को देखना भी नहीं चाहिए।
आचार्य कौशलेन्द्र ने बताया कि  09 :57 से 01:27 के बीच  केवल जप करना चाहिए  इसके लिए भगवान विष्णु  के  ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात: मंत्र का पाठ  या फिर  बीज मंत्र  ॐ बृं बृहस्पतये नमः। चाहे  महामृत्युजय मंत्र  ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ  का पाठ करना चाहिए। इसके अलवा दान, हवन विशेष  रुप से करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि राशि के हिसाब से जो लोग दान करना चाहते है उनके लिए मेष राशि के जातक को मसूर की दाल.  वृषभ राशि के जातक सफेद चीजों का दान  करें। मिथुन राशि– हरे रंग के वस्त्र दान करें कर्क राशि के जातक मिश्री युक्त दूध का दान ,सिंह राशि के लोग गुड़ का दान करें,कन्या राशि वाले हरी मूंग का दान, तुला राशि के लोग चावल और घी का दान, वृश्चिक राशि के जातक लाल रंग की चीजों का दान करें। धनु राशि वाले दाल मकर राशि  के लोग तिल का दान कुंभ राशि के लोग तेल का दान  करें  तथा मीन राशि के लोंगो को  हल्दी का दान करना चाहिए।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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