दागदार दामन को साफ करने के लिए असहायों कि चढ़ा रही बलि

Chandauli news : चोर चोर मौसेरे भाई… एक कहावत है। यह कहावत आज कल जिले के डीडीयू नगर स्टेशन के सुरक्षा में लगे आरपीएफ व जीआरपी के बीच खींच तान में अलीनगर पुलिस मौसेरे भाई कि भूमिका में है। अपने काले कारनामें व भ्रस्टाचार को छुपाने के लिए आरपीएफ व अलीनगर किसी भी असहाय व मजदूर को शराब तश्करी में 2-4 बोतल शराब रखकर जेल भेज देगी।

अवैध वेंडरो से स्टेशन पर सामान बेचवाने वाली आरपीएफ पुलिस उन सभी वेंड्ररो के सामने नतमस्तक है। तो वहीं अलीनगर तेल कटिंग, गांजा बिक्री, शराब व गौ तस्करी से अपन पेट भर रही है. इस सभी पर कार्यवाही तो दूर उधर देखने कि भी हिम्मत नहीं जुटा पाती। लेकिन इधर एक सप्ताह से लगातार शराब के साथ आधा दर्जन लोग पकड़े जा रहे है। इस कार्य में पुलिस का एक सफल ठिकाना रेलवे का हनुमान मंदिर है। जहाँ शराब के साथ पुलिस पकड़ लेती है।
शनिवार के दिन भी अपने इस अभियान में आरपीएफ ने एक ऑटो चालक को स्टेशन से उठा लिया। आरपीएफ के दो सिपाही आटोचालक को आरपीएफ इंस्पेक्टर के कमरे तक ले गये कुछ देर बाद उसे अलीनगर थाने को सुपुर्द कर दिया गया। अलीनगर पुलिस भी बिना मेहनत के बलि चढ़ने वाले ऑटो चालक रूपी बकरे को देख प्रफुल्लित हुए। हलांकि आरपीएफ के इस मंसूबे का विरोध शुरू हो गया। ऑटो चालक यूनियन एक जुट होने लगा इस बात कि भनक पुलिस को लग गयी। शराब में जेल न भेज पाने का मलाल मन में शुरू हो गया। जिसके बाद बिना मारपीट विवाद शिकायत के बावजूद भी पुलिस 151में चालान कर दी।