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हत्या के बाद आज तेरहवीं, पुलिस के हाथ नहीं लगे हत्यारोपी अपराधी

एसओ स्तर के थाने पर दो दो इंस्पेक्टर कि पोस्टिंग, फिर भी कोई सुराग नहीं



Chandauli news : धानापुर के मुट्टन यादव का हत्या के बाद तेरहवीं का कार्यक्रम सम्पन्न हो गया. लेकिन पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर सकी। नाकाम स्थिति यह है कि दरोगा स्तर के थानों पर एसपी को इंस्पेक्टर पोस्ट करना पड़ा। वह भी एक नहीं बल्कि दो दो इंस्पेक्टर पोस्ट हुए लेकिन फिर भी पुलिस के हाथ खाली है। यह बात अलग है कि थाना प्रभारी के यहां अपने स्वार्थ को लेकर जान पहचान बढ़ाने वाले रोज गुलदस्ता व अंगवस्त्र लेकर पहुंच रहे है।
01 मई को रायपुर निवासी मुट्टन यादव का शाम चार बजे धानापुर बस स्टैंड पर दिनदहाड़े बदमाशों ने गोली मार कर छलनी कर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना पुरानी रंजिश के कारण बदले कि भावना से हुयी थी यह बात सामने आ गयीं। हत्या को राजनैतिक रुप दिया गया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चंदौली के क़ानून ब्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया। जबकि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने परिजनों के साथ मिलकर शव को सड़क पर रखकर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद सपा विधायक प्रभुनारायण यादव, सांसद वीरेंद्र सिंह आदि मौके पर पहुंच गए। उनके तेवर को देखते हुए प्रशासन को झुकना पड़ा। लापरवाह एसओ को लाईन हाजिर कर दिया गया। घर पर पीएसी तैनात हो गयी। जल्द ही घटना में शमिल आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया गया। एसओ स्तर के थाने पर दो दो इंस्पेक्टर पोस्ट गए। सब कुछ हुआ लेकिन 13 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।
यह बात जरूर रहा कि दो जाति के वर्चस्व में तनाव को देखते हुए थाना प्रभारी के नियुक्ति पर ध्यान दिया गया. लेकिन यहां क्राइम कंट्रोल पर कार्य करने के बजाय संबंध प्रगाढ करने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे।
पुलिस के लिए इकबाल को चैलेन्ज करने वालों पर घोषित हुआ ईनाम:
घटना के बाद परिजनों ने नामजद 06 लोंगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन घटना में प्रयुक्त होने वाली मोटर साईकिल के रुप में सुराग छोड़कर भागने वाले बदमाशों ने पुलिस का राह कुछ आसान किया। जिनके यहां संरक्षण का ठिकाना लिए थे पुलिस उस ब्यक्ति को गिरफ्तार कर ली। उसके आधार पर 03 अपराधी का नाम सामने आ गया। जिसमें गोपाल सिंह, अभिषेक सिंह व गोपाल पासी का नाम सामने आया था। पुलिस एन तीनों कि तलाश में हाथ पाँव मार रही है। लेकिन किसी तक पहुंच नहीं पायी है। अब इन्हे 25 हजार का ईनामिया घोषित किया गया है।

मृत्युंजय सिंह

मैं मृत्युंजय सिंह पिछले कई वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में कार्य करने के उपरान्त न्यूज़ सम्प्रेषण के डिजिटल माध्यम से जुडा हूँ.मेरा ख़ास उद्देश्य जन सरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से उठाना एवं न्याय दिलाना है.जिसमे आप सभी का सहयोग प्रार्थनीय है.

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